परिवहन प्रणालियों में बदलाव का प्रस्ताव; बस-ट्रेन में अनिवार्य होगी व्हीलचेयर की जगह

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आवाज ए हिमाचल 

15 जून दिव्यांगो के लिए किए जाने वाले बदलावों में बसों और मेट्रो ट्रेनों में व्हीलचेयर के लिए अनिवार्य जगह, स्टेशनों पर सीढ़ी रहित शौचालय, समतल बोर्डिंग रैंप के साथ हवाई, रेल और सड़क परिवहन नेटवर्क में प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती शामिल हैं। इन बदलावों में बसों और मेट्रो ट्रेनों में व्हीलचेयर के लिए अनिवार्य जगह, स्टेशनों पर सीढ़ी रहित शौचालय, समतल बोर्डिंग रैंप के साथ हवाई, रेल और सड़क परिवहन नेटवर्क में प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती शामिल हैं। डीईपीडब्ल्यूडी ने परिवहन और गतिशीलता क्षेत्र के लिए तैयार किए मसौदा सुगम्यता मानकों पर आम जनता और संबंधित हितधारकों से सुझाव और टिप्पणियां मांगी हैं।

होंगे बदलाव…हर बस में दिव्यांगों के लिए चार सीट और बेल्ट जरूरी

मसौदे के अनुसार, बसों में लो-फ्लोर एंट्री, रैंप, सेफ्टी बेल्ट और व्हीलचेयर के लिए खास जगह होना अनिवार्य होगा। पीएम ई-बस सेवा और टाइप-3 इंटरसिटी बसों को भी परीक्षण किए गए लिफ्टों या ब्रिज रैंप के साथ फिर से तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही हर बस में सीमित गतिशीलता वाले लोगों के लिए कम से कम चार प्राथमिकता सीटें और सीट बेल्ट होना जरूरी होगा। मेट्रो और रेलवे प्लेटफॉर्म्स पर रबर गैप फिलर और बोर्डिंग रैंप लगाए जाएंगे।

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